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(1)EVAPORATOR
>>> Refrigreation System में Evaporator ऐसा एक भाग हैं जिसके द्वारा ठण्डी की जाने वाली वस्तु के उष्मा को Refrigreant में स्थानातरीत किया जाता हैं इसके लिए रेफ्रीजिरेटर में रखे गये पदार्थ को वांछित ताप पर लेन के लिए Evaporator में उष्मा को शोखाने की पर्याप्त छमता होनी चाहिए एवं Evaporator की छमता वह दर हैं जिस पर Refrigreator में रखे पदार्थ की उष्मा Evaporator में रखे Refrigreant में पास होती हैं इसे BTU(British Thermal Unit) या Refrigreation के टन या कैलोरी /घंटा में पर्दर्शित किया जाता हैं |
इस प्रकार किसी वस्तु से ऊष्मा को घटाने की क्रिया Evaporator में की जाती हैं किसी तरल पदार्थ या हवा में से उष्मा को निकालनेके लिए तरल Refrigreant को Evaporator के अन्दर वाष्प कृत किया जाता हैं एवं उस पदार्थ को जिसे ठण्डी किया जाना हैं उसे Evaporator की सतह के ऊपर से पास किया जाता हैं |
Evaporator में सतह Refrigreant ठण्डी अवस्थ में रहता हैं और इसलिए यह बाहर वातावरण की उष्मा को शोख लेता हैं और उबलने लगता हैं |
इस प्रकार का System Direct Expontion System कहलाता हैं | कुछ System में ठण्डी किये हुए तरल Refrigreant को कापर या स्टील की Coil( पतली पाईप) में प्रवाहित किया जाता हैं तथा जिस हवा या तरल पदार्थ को ठण्डी करना होता हैं उसे इसके ऊपर प्रवाहित किया जाता हैं इस प्रकार का System InDirect System कहलाता हैं कॉपर या स्टील के Coil को Cooling Coil भी कहाँ जाता हैं |
Cooling अवस्थाओ के प्राकृत के डिज़ाइन में बनाई जाती हैं |
Evaporator को सामान्य रूप से दो श्रेणीयों में बाटा गया हैं |
(A) Dry Expontion Evaporator
(B) Flooded Evaporator
(A) Dry Expontion Evaporator
>>> इस प्रकार के Evaporator में तरल Refrigreant सामान्य रूप से Expontion वाल्ब के द्वारा लिया जाता हैं यह Expontion को दी जाने वाली Refrigreant की दी जाने वाली Refrigreant की बहाव की दर को इस प्रकार Cantrol करता हैं की समस्त तरल वाष्प कृत हो जाये |
जब ये तरल Evaporator के OutPut सिरे तक पहुचे तब तक यह सिमित ताप तक Superhit भी हो जाये Evaporator के InPut सिरे पर Refrigreant वाष्प की कुछ मात्रा के साथ तरल रूप में होता हैं जैसे ही Refrigreant Evaporator में से पास होता हैं वे वैसे ही Load के द्वारा अधिक से अधिक तरल वाष्प कृत होता हैं |
Evaporator में तरल की मात्रा Evaporator पर आ के Load के अनुसार बदलती रहती हैं Evaporator की भीतरी सतह शुष्क नहीं रहती बल्कि तरल Refrigreant से घिरी रहती हैं लेकिन जब यह Evaporator के OutPut पर पहुचती हैं तो यह तरल रूप में न होकर शुष्क वाष्प रूप में होती हैं इसलिए इस System को Dry Expontion System कहा जाता हैं |
>>>> अगर मेरा BLOG आपलोगों को अच्छा लगे तो Like एवं Comment करना न भूले Please FRIENDS .....अगर कुछ Problem हो तो Comment कर के पूछ सकते है |
>>> Refrigreation System में Evaporator ऐसा एक भाग हैं जिसके द्वारा ठण्डी की जाने वाली वस्तु के उष्मा को Refrigreant में स्थानातरीत किया जाता हैं इसके लिए रेफ्रीजिरेटर में रखे गये पदार्थ को वांछित ताप पर लेन के लिए Evaporator में उष्मा को शोखाने की पर्याप्त छमता होनी चाहिए एवं Evaporator की छमता वह दर हैं जिस पर Refrigreator में रखे पदार्थ की उष्मा Evaporator में रखे Refrigreant में पास होती हैं इसे BTU(British Thermal Unit) या Refrigreation के टन या कैलोरी /घंटा में पर्दर्शित किया जाता हैं |
इस प्रकार किसी वस्तु से ऊष्मा को घटाने की क्रिया Evaporator में की जाती हैं किसी तरल पदार्थ या हवा में से उष्मा को निकालनेके लिए तरल Refrigreant को Evaporator के अन्दर वाष्प कृत किया जाता हैं एवं उस पदार्थ को जिसे ठण्डी किया जाना हैं उसे Evaporator की सतह के ऊपर से पास किया जाता हैं |
Evaporator में सतह Refrigreant ठण्डी अवस्थ में रहता हैं और इसलिए यह बाहर वातावरण की उष्मा को शोख लेता हैं और उबलने लगता हैं |
इस प्रकार का System Direct Expontion System कहलाता हैं | कुछ System में ठण्डी किये हुए तरल Refrigreant को कापर या स्टील की Coil( पतली पाईप) में प्रवाहित किया जाता हैं तथा जिस हवा या तरल पदार्थ को ठण्डी करना होता हैं उसे इसके ऊपर प्रवाहित किया जाता हैं इस प्रकार का System InDirect System कहलाता हैं कॉपर या स्टील के Coil को Cooling Coil भी कहाँ जाता हैं |
Cooling अवस्थाओ के प्राकृत के डिज़ाइन में बनाई जाती हैं |
Evaporator को सामान्य रूप से दो श्रेणीयों में बाटा गया हैं |
(A) Dry Expontion Evaporator
(B) Flooded Evaporator
(A) Dry Expontion Evaporator
>>> इस प्रकार के Evaporator में तरल Refrigreant सामान्य रूप से Expontion वाल्ब के द्वारा लिया जाता हैं यह Expontion को दी जाने वाली Refrigreant की दी जाने वाली Refrigreant की बहाव की दर को इस प्रकार Cantrol करता हैं की समस्त तरल वाष्प कृत हो जाये |
जब ये तरल Evaporator के OutPut सिरे तक पहुचे तब तक यह सिमित ताप तक Superhit भी हो जाये Evaporator के InPut सिरे पर Refrigreant वाष्प की कुछ मात्रा के साथ तरल रूप में होता हैं जैसे ही Refrigreant Evaporator में से पास होता हैं वे वैसे ही Load के द्वारा अधिक से अधिक तरल वाष्प कृत होता हैं |
Evaporator में तरल की मात्रा Evaporator पर आ के Load के अनुसार बदलती रहती हैं Evaporator की भीतरी सतह शुष्क नहीं रहती बल्कि तरल Refrigreant से घिरी रहती हैं लेकिन जब यह Evaporator के OutPut पर पहुचती हैं तो यह तरल रूप में न होकर शुष्क वाष्प रूप में होती हैं इसलिए इस System को Dry Expontion System कहा जाता हैं |
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